501+ Best Muhavare in Hindi: हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य

हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य(Muhavare in Hindi):-

मुहावरे ऐसे वाक्यांश होते हैं,जिनसे वाक्य सुसंगठित, चमत्कारजनक और सारगर्भ बनते हैं। इसके विपरीत, कहावतें अथवा लोकोक्तियाँ अपने-आपमें वाक्य होते हैं, जिनका प्रयोग कथनविशेष के समर्थन के उद्देश्य से किया जाता है।

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Muhavare in Hindi: हिंदी मुहावरे और अर्थ और वाक्य

इससे स्पष्ट हो जाता है कि मुहावरों का प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं हो सकता। ‘अंगार बरसना’ या ‘आँख मिलाना’ मुहावरे हैं; इनका प्रयोग वाक्य के अंतर्गत ही करेंगे। मुहावरों में शब्दों का सामान्य अर्थ नहीं लिया जाता, वरन् विशेष लाक्षणिक अर्थ लिया जाता है।

मुहावरों के प्रयोग से भाषा आकर्षक और प्रभावक बनती है। इनके प्रयोग में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। इनके शब्दों को ज्यों-का-त्यों रहने देना चाहिए। इनमें किसी प्रकर का परिवर्तन उचित नहीं।

मुहावरे इन हिंदी लिस्ट (Muhavare in Hindi):-

श्रीगणेश करना – (अच्छा काम) शुरू करना। पटना में गंगापुल के निर्माण का श्रीगणेश कर दिया गया है।
पारा चढ़ना – गुस्सा होना। अभी उसका पारा चढ़ा हुआ है, छेड़ो मत।
पानी-पानी होना – लज्जित होना। वह रंगे हाथ पकड़ा गया, इसीलिए तो पानी-पानी हो रहा है।
दिल दरिया होना – उदार होना। जो कोई उसके दरवाजे पर आता है,
जान पर खेलना – वीरता का काम करना । पाकिस्तान के साथ लड़ाई में पठानिया जान पर खेल गये।
तूती बोलना – खूब चलती होना । इन दिनों हमारे प्राचार्य महोदय तूती बोल रही है।
एक न चलना – कोई उपाय न दीखना। रामविलास के सामने मेरी एक न चली।
आँसू पीकर रह जाना – भीतर ही भीतर रोकर रह जाना। पति के पीटे जाने पर चोर की स्त्री आँसू पीकर रह गयी।
ईट से ईंट बजाना – नेस्तनाबूद करना। यदि भारत पर किसी देश ने आक्रमण किया, तो उसकी ईंट से ईंट बजा दी जायगी।
उल्लू सीधा करना – काम बना लेना। उसने रुपये के बल पर अपना उल्लू सीधा कर लिया।
खराद पर चढ़ना – वश में या जांच में आना। बरसों के बाद खराद पर चढ़े हैं। अब पता चलेगा।
घाट घाट का पानी पीना – बहुत चालाक हो जाना। तुम मुझे क्या चराओगे ? मैं स्वयं घाट घाट का पानी पीये हुए हूँ।
चार चाँद लगना – और सुन्दर लगना। गोरे तन पर नीली चार चांद लग गये।
चल निकलना – जमना। उनकी वकालत चल निकली।
घी के दीये जलाना – आनन्द मनाना । जलाये जाओ घी के दीये, बाप की कमाई हाथ लगी है।
कुआं खोदना – किसी की बुराई करने का उपाय करना। जो दूसरों के लिए कुँआ खोदता है, वह स्वयं गड्ढे में गिरता है।
आँसू पोंछना – ढाढ़स बंधाना। इस विपत्ति में भी उसके आँसू पोछनेवाला कोई नहीं।
खलल डालना – विघ्न डालना। दुष्टों का स्वभाव किसी शुभकार्य में खलल डालना होता है।

मुहावरे का अर्थ और वाक्य:-

घोड़ा बेचकर सोना – बेफिक्र होकर सोना। बेटी ब्याह दी, तभी तो घोड़े बेचकर सो रहे हो !
गिरगिट की तरह रंग बदलना – बराबर बात बदलना। तुम पर कौन यकीन करे, तुम तो गिरगिट की तरह रंग बदलते हो।
तीन-तेरह होना तितर – बितर होना बर्बाद होना। माधों के मरते सारा कारोबार तीन-तेरह हो गया।
नौ-दो ग्यारह होना – भाग जाना। आज उसे बहुत मार पड़ती, खैरियत हुई कि वह नौ दो ग्यारह हो गया था।
धता बताना – टाल देना । हमीद बहुत उम्मीद लिये अफजल के यहाँ गया, लेकिन उसने तो धता बता दिया।
चौकड़ी भूल जाना – राह न सूझना शत्रु के अप्रत्याशित आक्रमण से वह अपनी चौकड़ी भूल गया।
कोदो देकर पढ़ना – पढ़-लिखकर भी मूर्ख होना। उसके उत्तर को सुनकर ऐसा लगा कि उसने कोदो देकर पढ़ा है।
आग में कूद पड़ना – जोखिम उठाना। अपने जीवन की परवाह किये बिना राजेन्द्रबाबू स्वतंत्रता संग्राम की आग में कूद पड़े।
आसन डोलना – मन चंचल होना। अप्सराओं का रूप देखकर ऋषियों का भी आसन डोलने लगता था।
उलटी गंगा – बहाना परस्पर विरुद्ध बात करना। उसके इस अनुसंधान ने तो उलटी गंगा बहा दी।
कांगज काला करना – बेमतलब लिखे जाना। आजकल कागज काला करनेवाले ही अधिक हैं, मौलिक लेखक बहुत कम ।
आसमान से बातें करना – अत्यन्त ऊँचा होना। उसने ऐसा महल बनवाया जो आसमान से बातें कर रहा है।
अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे परे रहना। अरे, मिलजुलकर रहो। अपनी-अपनी खिचड़ी अलग पकाने से भी कोई फायदा है ?
कौड़ी का तीन होना – तुच्छ होना। इन दिनों शिक्षित व्यक्ति कौड़ी के तीन हो रहे हैं।
गूलर का फूल होना – दुर्लभ होना। इन दिनों तो आप गूलर के फूल हो गये, कभी दर्शन नहीं देते।
थूक से सतू सानना – अत्यन्त कृपण होना। भाई, थूक से सत्तू सानोगे, तो मैगनीराम ही कहाओगे, सेठ नहीं।
धूप में बाल पकाना – बूढ़ा हो जाने पर भी अनुभव से कोरा रहना। उस वृद्ध की निरर्थक बातों को सुनकर ऐसा लगता है जैसे उसने धूप में बाल पकाये हैं।
उठा न रखना – स्वीकार करना। आज तक मैंने आपकी एक भी आज्ञा उठा न रखी।

Muhavare in Hindi with Meaning:-

आसमान से तारे तोड़ना – असम्भव को सम्भव कर दिखाना। तुम्हारे लिए लखपति होना आसमान के तारे तोड़ना है।
घोड़ा बेचकर सोना – बेफिक्र होकर सोना। बेटी ब्याह दी, तभी तो घोड़े बेचकर सो रहे हो !
झंडा गाड़ना – फतह कर लेना। उसने तो उस जगह झंडा गाड़ा है, जहाँ सिकन्दर की भी पहुँच मुश्किल थी।
तिल का ताड़ करना – बहुत बढ़ाकर कहना। तुम तो तिल का ताड़ करने में उस्ताद हो।
दाल में काला होना – संदेह की स्थिति होना। कुछ दाल में काला है; वर्ना वह मेरी इतनी खुशामद क्यों करता ?
रंग में भंग पड़ना – आनन्द में विघ्न पड़ना। पुलिस के आते ही जुआरियों के रंग में भंग पड़ गया।
मैदान मारना – विजयी होना चन्द्रयात्रा में अमेरिका ने रूस से पहले मैदान मार लिया।
पापड़ बेलना – कष्ट झेलना। मुझे नौकरी के लिए काफी पापड़ बेलना पड़े हैं।
दूकान बढ़ाना – दूकान बंद करना। रात के नौ बज चुके, अब दूकान बढ़ाने का समय हो गया है।
दिल्ली दूर होना – कार्य में विलम्ब होना। अभी दिल्ली दूर है, घबराने से काम नहीं चलेगा।
जान छुड़ाना – पीछा छुड़ाना। उसने किसी तरह उनलोगों से जान छुड़ायी ।
छीछालेदर करना – मजाक उड़ाना, पोल खोलना। आज तो सभी के बीच उसने उसकी छीछालेदर कर दी।
घास खोदना – निरर्थक काम करना बहुत सारे लोग जीवनभर घास ही खोदते रह जाते हैं।
जले पर नमक छिड़कना – दुःख पर दुःख देना। एक तो उसे नौकरी से निकाल दिया, फिर इसपर पाँच सौ रुपये का जुर्माना! भाई, जले पर नमक क्यों छिड़कते हो ?
कागजी घोड़े दौड़ाना – कार्यालयों की बेमतलब लिखा-पढ़ी। कागजी घोड़े अधिक दौड़ाओ, काम कम करो, यही जमाना आ गया है।

लोहा मानना मुहावरे का अर्थ?

लोहा मानना लिया। – श्रेष्ठता स्वीकार करना। इस बार तो मैंने उसका लोहा मान लिया।

नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ ?

नौ-दो ग्यारह होना – भाग जाना। आज उसे बहुत मार पड़ती, खैरियत हुई कि वह नौ दो ग्यारह हो गया था।

अपना उल्लू सीधा करना मुहावरे का अर्थ ?

उल्लू सीधा करना – काम बना लेना। उसने रुपये के बल पर अपना उल्लू सीधा कर लिया।

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